तीन ताल के 108वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-रंगों के बदलते अर्थ. ब्लू, रेड और ग्रीन की समयानुसार अभिलाषा और उनको देख बरती जाने वाली सावधानी.
-ब्लू टिक बनाए रखने के लिए हर महीने 8 डॉलर देंगे ताऊ, बाबा और सरदार? ताऊ ने क्यों कहा; 'ट्विटर ने कभी उन्हें यूज नहीं किया'
-108 के महात्म्य पर बातचीत. बाबाओं के नाम के आगे 108 क्यों लगता है? 107 या 109 को ये रुतबा क्यों हासिल नहीं.
-हमारे 'बाबा' और 'ताऊ' कैसे थे? ताऊ और बाबा ने कभी मनका लेकर जाप किया क्या?
-बाबा के श्रीमुख से उनके बाबा का वर्णन. दादा कब बाबा हो जाते हैं?
-दादा, काका, ताऊ, ताई, अम्मा, आजी, अइया, नाना और बाबा की अदायगी और उनके खरमण्डल. किवंदंतियों का दौर.
-पुर्तगाल, प्रेत और तम्बाकू का रिश्ता. टेढ़ुई की मज़ार और पाकिस्तान का इशारा.
-ताऊ ने 'ताऊओं' को डीप स्टेट क्यों कहा? अधिकतर 'ताऊ' क्यों समाज की तरक्की की राह में बाधा. मां शब्द की निष्पत्ति.
-Gen Z और बाबा की रोचक बतकही. एक शराबी और बाबा का संवाद.
-कॉस्टयूमधारी बाबा को सुनने की बेचैनी. स्वर्ग के द्वार पर खड़े मौलवी साहब. पुत्र लाभ का आशीर्वाद देने वाले बाबा की कहानी.
-बिज़ार ख़बर में पाकिस्तानी मोहब्बत की अजीबोगरीब कहानियां.
-गियर बदलने के अन्दाज़ और स्वादिष्ट मटन बनाने वाले नौकर को दिल देने वाली महिलाओं से ताऊ की नाइत्तेफ़ाकी.
-गियर बदलने का कौतूहल. बाबा का जनवासा डॉट कॉम. 10/10 की ड्राइविंग. गाड़ी चलाने का सही तरीका. गाड़ी चलाते समय क्या ना करें?
-जब टाइपिंग का उदाहरण देकर ताऊ ने आत्मा - परमात्मा के मिलन की अवस्था समझाई.
-सलाह की उपयोगिता. सलाह-मशविरा क्यों बहुत संदिग्ध चीज़ है? सलाह की विस्तृत प्रक्रिया.
-सलाह किससे लेनी और किसको देनी चाहिए? आत्मचिंतन का झोल.
-मुफ्त की सलाह दें या नहीं? सलाह जब ग़लत साबित हुए.
-कानून या कट्टे से दूर होंगी सामाजिक बुराइयां? हिंसा का बदलता हुआ चेहरा, चाल और चरित्र.
-क्यों सपने न देखें? ताऊ का विवेक का इस्तेमाल.
-और आख़िर में प्रिय तीन तालियों की चिट्ठी और प्रतिक्रियाएं.
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावत
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