तीन ताल सीजन 2 के 27वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', कुलदीप 'सरदार' और 'साहब की मेम साहब' के साथ सुनिए
- वर्ल्ड कप का फाइनल देखकर कैसा लगा, क्या इंतज़ाम किये गए थे मैच
- क्रिकेट की पुरानी यादें, ज़ख़्म के प्रकार और इमोशनल सेट बैक से कैसे निपटें
- पेरेंटिंग के चैलेंजेज, बच्चे पालने के अनुभव और इसके उद्देश्य
- इच्छाएं नहीं, समय और परिस्थितियों के हिसाब से बच्चों को पाले
- बच्चों को ख़ुश नहीं करना, बच्चे ख़ुश रहें... ऐसा करना चाहिए
- मां और बच्चे की उम्र एक कैसे होती है
- ताऊ की डॉग पेरेंटिंग, बच्चों और कुत्ते पालने का फ़र्क़
- 80s और 90s की पेरेंटिंग और उसकी चुनौतियां
- बच्चों की परवरिश में स्कूलों का रोल
- हाथ से लिखा अख़बार निकालने वाले मेधावी बच्चे
- बच्चों को जानबूझकर बदमाश बनाने वाले पेरेंट्स और जेल में पैदा हुए बच्चे
- बच्चों की डिमांड और उनके साथ की गई डील
- बच्चों की ज़िद, उनका रोना-मचलना और इससे निपटने की ट्रिक
- सीमित संसाधनों का समान वितरण और एस्पिरेशन्स की अपर लिमिट
- आजकल के बच्चे रफ़ एंड टफ़ क्यों नहीं होते
- बिज़ारोत्तेजक ख़बर में शादी समारोह में रसगुल्ले की कमी से हुई मारपीट
- आगरा बंगाल में मिलने को क्यों मचल रहा
- भोज के पर्यवेक्षक, बांटने वालों का विवेक और रसगुल्ले दबाना
- शादियों का मौसम और गांव की शादियां
- वर्ल्ड कप पर पैर रखने का कल्चर और पैरों का टच अपमानजनक क्यों है
- और आख़िर में प्रिय तीन तालियों की चिट्ठियां
प्रड्यूसर: कुमार केशव
रिकॉर्डिंग / साउंड मिक्सिंग: कपिलदेव सिंह / नितिन रावत
सटेंगे तो घटेंगे, समोसा की साज़िश और डकैती ऑन डिमांड : तीन ताल, S2 Ep 78
हारिस कमला, जुगाली की गाली और काम का आरामकांड : तीन ताल, S2 Ep 77
पहले प्यार की तितलियां, खुशी का EVM और छुहारे वाली जंग : तीन ताल, S2 Ep 76