तीन ताल के 125वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-प्रिय तीन तालियों के आह्लाद, परिपक्वता, भावुकता, हास्य और संज़ीदगी से ओतप्रोत प्रेमपत्र.
-'तीन ताल' क्या अब बंद हो जाएगा? बाबा ने क्यों कहा; उन्होंने तीन ताल की हत्या कर दी.
-जीवन में वनवास की उपयोगिता. अब अवध में दिवाली कब मनेगी?
-तीन ताल का झोला. राजाभातखावा की सुंदरता.
-तीन अवसर जब ताऊ फ़ोन किनारे रख देते हैं!
-नकलची टॉपर्स. अंग्रेज़ी में ब्याह के कार्ड.
-विनोद कुमार शुक्ल को पेन नाबोकोव सम्मान मिलना क्यों भारतीयों के मुंह पर एक तमाचा है?
-बाबा ने क्यों कहा; कुछ नहीं हो सकता हिंदी का!
-आख़िर में तरुलिका की ऑडियो चिट्ठी और एक अल्पविराम.
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ अमृत रेजी
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101
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भोपाल की वटबाज़ी, मांगलिक मस्क और मच्छरों की झूमा-झटकी : तीन ताल S2 E96