तीन ताल के 117वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', पाणिनि ‘बाबा’ और कुलदीप ‘सरदार' से सुनिए:
-लकड़बग्घे की हंसी और घड़ियाल के आंसू. लकड़बग्घा और घड़ियाल का ड़.
-सरदार ने जब बाबा से पूछा 'कैसी कट रही है' प्रवृत्ति का मारा व्यक्ति.
-लकड़बग्घे से ताऊ का एनकाउंटर. लकड़बग्घे के प्रिय शिकार. सियारों का नारा.
-'कबरबिज्जू' का काम. लोकतंत्र का जूतमपैजार और झांव झांव. ताऊ ने किसे दिया 5/10 अंक?
-सिनेमाघरों का कबाड़ा किसने किया? पहले और अब के सिनेमाघरों के कुछ दृश्य.
-महंगे सिनेमाघर. सिनेमाघरों को ताऊ ने क्यों स्नैक्स की दुकान कहा?
-कौन सी फ़िल्म देख बाबा रोए और सरदार पछताए. दो रुपये में गंगा किनारे मोरा गांव.
-जब ताऊ ने सिनेमा देखने के लिए 'घोड़ा चुरा लिया था'.
-वो दौर जब सिनेमा कपड़ा, हेयरस्टाइल तय करता था! ऋषि कपूर का स्वेटर.
-बॉलीवुड और हॉलीवुड के दर्शकों में असल फ़र्क़. चेंज का ऑप्शन.
-सिनेमाहॉल के एयरहोस्टेस. सामूहिक हंसी, गुस्सा और सीटी.
-सीन कितने बजे! सिनेमा के दौरान की कमेंट्री. गुलाब भाटी का गदर.
-गुलाब का गुलकंद. गदर देखने की उम्र. भूदेव पुस्तक भंडार.
-गुमटी वाला साहित्य. बैंक कर्मचारियों का साहित्य और पर्यटन लेखन में योगदान.
-बाबा ने क्यों कहा 'अब सिनेमा में उ बात नहीं है'
-बिज़ार ख़बर में उन विचित्रवीर्य की बात जिन्होंने चलती फ्लाइट में एक महिला पर पेशाब कर दिया.
-चीफ यूरिनेटिंग ऑफिसर. वेल्स फार्गो का नशा.
-एयर इंडिया का सही अर्थ. पेशाब रोकने का हैक. शातिर दिमाग.
-चने के झाड़ पर चढ़ने के फायदा. नशीले छोले की रेशिपी.
-और प्रिय तीन तालियों की चिट्ठियां.
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावत
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101
दुकान चलाने का मंतर, बलि लेने वाला बकरा और गुटखा थूकक चोर : तीन ताल S2 100
भोपाल की वटबाज़ी, मांगलिक मस्क और मच्छरों की झूमा-झटकी : तीन ताल S2 E96