तीन ताल S2, E14 में कमलेश 'ताऊ', कुलदीप 'सरदार' और जय 'भाई' से सुनिए:-
-भावुक अवैज्ञानिकता और स्वाभाविक भारतीयता का अंतर्विरोध.
-वे अवसर जब ताऊ बंदर की तरफ़ नहीं होते!
-रूस और उसका 25 सीसी का लूना! मूनवॉक और हनीमून का सही मतलब.
-कराची और दिल्ली की बसें! क्यों चांद पर बस्ती बसाने की बात थोड़ी अजीब?
-राहुल गांधी और स्केप वेलोसिटी. रोटी बनाम चांद की पुरानी बहस.
-साइंटिफिक टेंपरामेंट क्या होता है? दैनिक जीवन में विज्ञान.
-'हमें मीठा क्यों पसंद है, भारत के लोग मोटे क्यों होते हैं'; ऐसे सवालों पर बतरस.
-दीमकों का किला. डायनासोर का अमृतकाल!
-पहली बिज़ार ख़बर में महाराष्ट्र के उन मंत्री का ज़िक्र जिन्होंने कहा कि 'ऐश्वर्या राय की आंखें ख़ूबसूरत इसलिए हैं क्योंकि वो मछली खाती हैं'
-पोर्क खाने से क्या होता है? हिलसा मछली अच्छी क्यों लगती है? रोहू के कांटे. सुरमई मछली.
-दूसरी बिज़ार ख़बर में दान पात्र में मिले उस 100 करोड़ के चेक की कहानी जिसको कैश कराने गई मंदिर प्रशासन की टीम बैंक में अवाक रह गई!
-ताऊ ने क्यों 100 करोड़ के चेक वाले दानदाता को घनघोर आस्तिक कहा?
-और आख़िर में प्रिय 'तीन तालियों' के बहाने 25 साल बाद के 'तीन ताल' की अद्भुत कल्पना!
प्रड्यूसर ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावत.
टू-लस्सन थ्योरी, चालान का चलन और जाम का झाम : तीन ताल S2 101
दुकान चलाने का मंतर, बलि लेने वाला बकरा और गुटखा थूकक चोर : तीन ताल S2 100
भोपाल की वटबाज़ी, मांगलिक मस्क और मच्छरों की झूमा-झटकी : तीन ताल S2 E96