समय से पहले सर्दी, उम्मीद से ज्यादा गर्मी, बारिश या मॉनसून में देरी ये सब बहुत होने लगा है. मौसम विभाग के अनुमान भी अब पहले की अपेक्षा कम प्रमाणिक सिद्ध पाते हैं, तो मौसम चक्र में इतनी गड़बड़ी क्यों हो रही है? कौन से फ़ैक्टर्स मौसम में बदलाव के लिए ज़िम्मेदार हैं? किस आधार पर मौसम विभाग अनुमान देता है और कैसे कोई व्यक्ति अपने आस पास के क्षेत्र में मौसम को मॉनिटर कर सकता है? सुनिए 'Earth शास्त्र' में अमन गुप्ता के साथ भवताल संस्था के फ़ाउंडर अभिजीत घोरपड़े के साथ.
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी हैं. आज तक रेडियो इसका अनुमोदन नहीं करता.
बाघ के हमले में बचने वाले घनश्याम की आपबीती : Earth शास्त्र, Ep 15
जंगलों में न लगे आग तो ख़ुद भी लगानी पड़ती है: Earth शास्त्र, Ep 9
स्निफ़र डॉग 'स्टॉर्म' ने कैसे पकड़वाए 61 शिकारी? : Earth शास्त्र, Ep 7