चांद सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है ये आपकी उम्र पर निर्भर करता है अगर आप बच्चे हैं तो मामा याद आएं, अगर जवानी फूट रही है तो शायद महबूब-महबूबा याद आए और अगर बुढ़ापा आ गया हो तो शायद चांदनी रात में बैठे अपनी ज़िंदगी के कई चांद याद कर रहे हों जो सरे आसमान बिखरे रहे. लेकिन क्या कभी ये ख्याल आता है कि उस चांद को बम से उड़ा दो? नहीं न लेकिन क्या आप जानते हैं अमेरिका को तो एक्ज़ेक्टली यही ख्याल आया था. आज के ‘इति इतिहास’ में कहानी अमेरिका के प्रोजेक्ट A119 की.