90s के दशक का मशहूर गाना ‘छैय्यां छैय्यां’ और मुग़ल काल के एक सूफ़ी संत के बीच क्या कनेक्शन हो सकता है? ये कहानी जुड़ती है बाबा बुल्ले शाह और उनके गुरु से. बताती है कि कैसे एक आम लड़के ने सूफिज़्म को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. कैसे बुल्ले शाह ने अपने मुर्शिद को मनाने के लिए कई सालों तक मिन्नतें की और कैसे 15वीं शताब्दी का ये गाना आज बॉलीवुड के हिट गानों में से एक बन गया? जानिए कहानी एक महान गुरु और उसके शागिर्द की, इति-इतिहास में.