उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन धूम धाम से हो रहा है. एक तरफ भारी भीड़ है, दूसरी तरफ घोड़ों पर जायज़ा लेती पुलिस. लंबा चौड़ा इंतज़ाम. मगर क्यों ज़रूरी है ये इंतज़ाम? इसके पीछे सिर्फ लॉजिक नहीं हिस्ट्री भी है. क्योंकि आज़ादी के बाद जब पहला कुंभ हुआ था तो ऐसी तबाही देखने को मिली थी जिसका इल्ज़ाम देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू के सर आया. आज के ‘इति इतिहास’ में कहानी 1954 के कुंभ की.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: रोहन भारती
आदमी जिसने ज़िंदगी भर एक भी औरत नहीं देखी: इति इतिहास, Ep 173