नाम में क्या रखा है वाली कहावत आपने सुनी ही होगी. नाम बदलने की पॉलिटिक्स से भी परिचित होंगे! आज के 'इति इतिहास' में कहानी एक ऐसे तानाशाह की जिसने इस कहावत को उलट दिया. उसका मानना था कि नाम में ही सबकुछ रखा है.
प्रड्यूसर: अतुल तिवारी
साउंड मिक्स: नितिन रावत
एक आदत की वजह से मिली कवि को दो बार फांसी: इति इतिहास, EP 203