एक समय था जब रात अंधेरे का और दिन उजाले का सिंबल था, अब भी है लेकिन रास्ते में तकनीक आ कर खड़ी हो गई है. तकनीक कहती है - रात दिन मत देखो ,उजाले हम दे रहे हैं. बल्ब इसी लिए तो दुनिया में आया. अभी अगर मैं आपसे पूछूँ कि बल्ब का आविष्कार किसने किया तो तो आप तुरंत कहेंगे थॉमस अल्वा एडिसन ने. लेकिन आपका ये जवाब सही नहीं है। बल्ब एडिसन के बनाने से पहले भी था. सुनिए पूरी कहानी 'इति इतिहास' में नितिन ठाकुर से.
सम्राट जिसे भ्रम था कि उसका शरीर शीशे का बना है: इति इतिहास, Ep 149