रूस में सेंट पीट्सबर्ग नाम का एक शहर है. कभी मॉस्को जितनी ही हैसियत रखता था. 1918 तक रूस की राजधानी रहा. फिर जारों के पतन के साथ ये इस शहर से भी ये तमगा छिन गया. इस शहर के इर्द गिर्द रूस की राजनीति हमेशा से घूमती रही है. इतिहास में रासपूतिन हों या वर्तमान के पुतिन, सबकी सफलता में ये शहर शामिल रहा है. यहीं से निकल कर एक छोटा सा अपराधी मॉस्को आता है और कम समय में उसका कद इतना बढ़ चुका होता है कि लोग उसे राष्ट्रपति का राइट हैंड या राष्ट्रपति का संकटमोचक कह कर बुलाते हैं. कुछ ही दिन बाद राष्ट्रपति का यही राइट हैंड उनसे बग़ावत करता है और अपनी प्राइवेट आर्मी जो अब तक प्रेसीडेंट के इशारे पर चल रही थी, उसके सहारे मॉस्को कूच का ऐलान कर देता है. बातचीत से मामला सुलझता है लेकिन उसके लिए कुछ नहीं सुलझता. उस बग़ावत के दो महीने बाद एक प्लेन क्रैश होता है. थोड़ी ही देर में अंतर्राष्ट्रीय न्यूज चैनल्स की स्क्रीन पर ब्रेकिंग आ जाती है
वैगनर आर्मी चीफ येवेगेनी प्रिगोजिन डेड इन प्लेन क्रैश. सुनिए 'नामी गिरामी में प्रिगोजिन की पूरी कहानी.
प्रोड्यूसर - रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स - नितिन रावत