आज कहानी उस नेता की जिसने 44 सालों की अपनी सियासत में लाल परचम को देश की राजनीति में प्रासंगिक बनाए रखा. आज भी जिसे लोग किंगमेकर के नाम से याद करते हैं. सुरजीत सिर्फ भाषण देने वाले, मार्क्स और लेनिन को कोट करने वाले किताबी कॉमरेड नहीं थे. जमीन की सच्चाई जानते थे. वो बेहद महीन राजनेता थे. उन्हें वीपी सिंह, मुलायम, मायावती से लेकर जयललिता और अमर सिंह तक से बात करने से गुरेज नहीं था. केंद्र में कई सरकार बनवाने में सुरजीत का हाथ रहा, सुनिए उनकी कहानी 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रड्यूसर- अतुल तिवारी
साउंड मिक्स- नितिन रावत