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अंतिम सांस तक रियाज़ करने वाली लोकगायिका जो छठ पर्व की पहचान बन गईं: नामी गिरामी, Ep 278

अंतिम सांस तक रियाज़ करने वाली लोकगायिका जो छठ पर्व की पहचान बन गईं: नामी गिरामी, Ep 278

पिछले चार दशकों में छठ गीतों का पर्याय बन चुकीं शारदा सिन्हा संगीत के प्रति अंतिम सांस तक ईमानदार बने रहने की अनूठी मिसाल थीं. 'बिहार कोकिला' के नाम से मशहूर शारदा सिन्हा ने स्त्रियों के विरह और सुख-दुख को संगीतमय अभिव्यक्ति दी. मैथिली और भोजपुरी गीतों में उनका योगदान बेहद अनूठा रहा. सुनिए उनकी ज़िंदगी के छूए-अनछुए पहलू नामी गिरामी में.

प्रड्यूसर: अतुल तिवारी
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंह

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Listen and follow नामी गिरामी