चिपको आंदोलन के नेता और प्रख्यात पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा नहीं रहे. वो अपने पीछे सामाजिक संघर्षों की कई गाथाएं छोड़ गए हैं. गांधीवादी विचारों वाले बहुगुणा का जीवन समाज और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर काम करते हुए बीता और देशभर के सामाजिक कार्यकर्ता उनसे प्रेरणा पाते रहे. नामी गिरामी के इस एपिसोड में उन्हें याद कर रहे हैं अमन गुप्ता.
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