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वो “तांत्रिक” जिसने रूस के अंतिम ज़ार को कठपुतली बना दिया: नामी गिरामी, Ep 190

वो “तांत्रिक” जिसने रूस के अंतिम ज़ार को कठपुतली बना दिया: नामी गिरामी, Ep 190

रूसी राजमहल में एक बच्चा ज़ोर ज़ोर से रो रहा था. वो बीमार था.. बहुत बीमार. भले ही उसके मां बाप रूस के ज़ार और ज़ारीना थे मगर पैसा और ताकत कई बार बेबस हो जाते हैं. आज वैसा ही दिन था. बरसों की मनौतियों और पूजा पाठ के बाद पैदा हुए एलेक्सई की हालत अब किसी से देखी नहीं जा रही थी. उसे हीमोफीलिया था. इस बीमारी में खून के थक्के नहीं बनते. एक बार घाव हो गया तो फिर खून बहता रहता है. दुनिया भर के डॉक्टर्स के इलाज से बात नहीं बनी तो तय हुआ कि अब जादू की शरण ली जाए. धर्म की दुनिया उम्मीद देती है. वही उम्मीद शाही परिवार को भी थी. इस नाजुक वक्त में रूसी राजमहल तक एक संत एक जादूगर की ख्याति पहुंची जो लोगों की बीमारी ठीक कर देता था. रूस के राजमहल में साइबेरिया से आए एक ऐसे शख्स का प्रवेश हुआ जिसका दावा था वो सारी बीमारियां ठीक कर देता है. उसकी लम्बी बेतरतीब दाढ़ी,  गन्दे कपड़े और डरावनी आंखें चुगली खाते थे उसके बेपरवाह और अजीब सा होने की. लेकिन आज राजमहल को इसकी चिंता नहीं थी. उन्हें अपना बच्चा स्वस्थ चाहिए था. ज़ार औऱ ज़ारीना उस अजीब से आदमी के पांवों में गिर गए. कृपा की भीख मांगने लगे. उस आदमी ने भी उन्हें निराश नहीं किया. भरोसा दिलाया कि ज़ार के वारिस को सिर्फ वही ठीक कर सकता है. हुआ भी वही. बच्चा ठीक होने लगा. ज़ार और ज़ारीना के लिए ये खुशी की बात थी लेकिन ये उनके साम्राज्य के पतन की शुरुआत भी थी. क्योंकि सन्त होने का दावा करने वाला ये शख़्स अगले कुछ बरसों में पूरे रूसी साम्राज्य को अपने इसी एहसान के दम पर नचाने वाला था. इस शख़्स का नाम था-रासपुतिन. ग्रिगोई रासपुतिन. रूसी इतिहास जिसे साधु कम एक खलनायक तांत्रिक के रूप में ज़्यादा जानता है. सुनिए रासपुतिन की पूरी कहानी ‘नामी गिरामी’ के इस एपिसोड में नितिन ठाकुर से.

प्रोड्यूसर- रोहित अनिल त्रिपाठी 
साउंड मिक्सिंग - कपिल देव सिंह 

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