वेलुपिल्लई प्रभाकरन ने श्रीलंका में तमिलों की आवाज़ उठाई लेकिन इस आवाज़ की आड़ में जमकर आतंक का शोर भी मचाया. उसके संगठन LTTE ने भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी, श्रीलंका के राष्ट्रपति प्रेमदासा समेत न जाने कितने ही लोगों की हत्या की है, बावजूद इसके श्रीलंकाई तमिलों में उसे एक शहीद के रूप में देखा जाता है, लेकिन ज्यादातर आलोचक उसे कुख्यात और परिष्कृत विद्रोही ही मानते हैं. नामी गिरामी के इस एपिसोड में अमन गुप्ता से सुनिए प्रभाकरन और उसके संगठन के उत्थान-पतन की कहानी.
साउंड मिक्सिंग: अमृत रेगी