'सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्तां हमारा', यह वही गीत है जिसे आपने बचपन में स्कूल असेम्बली में गाया होगा. यह वही गीत है जिसे आप देश के राष्ट्रीय पर्वों पर गाते हैं और यह वही गीत है जब आपसे कोई पूछता है कि भारत के बारे में आप क्या सोचते हैं तो आप जवाब में बस इसे गुनगुना भर देते हैं. लेकिन इस गीत को लिखने वाले शायर, दार्शनिक मोहम्मद इक़बाल को कितना जानते हैं आप? आज का 'नामी गिरामी' इक़बाल के जीवन पर, पेश कर रहे हैं : अंजुम शर्मा
साउंड मिक्सिंग की है, सचिन द्विवेदी ने
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