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कम्प्यूटर को मात देने वाली शकुंतला देवी बिना कलम-काग़ज़ छुए कैसे देती थीं जवाब

कम्प्यूटर को मात देने वाली शकुंतला देवी बिना कलम-काग़ज़ छुए कैसे देती थीं जवाब

शकुंतला देवी जब 3 साल की थीं तब से गणित के सवाल हल करने लगीं थीं. धीरे-धीरे उनके पड़ोसी अपने बच्चों का होमवर्क करवाने, ट्यूशन के लिए उनके पास आते गए. अंकों के प्रति उनके भीतर प्रेम और लगाव जागने लगा और वह धीरे-धीरे गुणा, भाग, क्यूब रूट्स और बाकी सवाल हल करने में एक्सपर्ट होती गईं. वे मात्र 15 से 30 सेकंड में बड़े से बड़ा अंक देखते ही उसे गुणा कर देतीं और उसका स्क्वायर रूट, क्यूब रूट निकाल देतीं. वो कैलकुलेटर से भी तेज थीं, कम्प्यूटर को चैलेंज दे रहीं थीं. वो कौन सी संख्या थी जिसे उन्होंने कम्प्यूटर से तेज़ हल किया था, सुनिये आज तक रेडियो के इस पॉडकास्ट में अंजुम शर्मा के साथ

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