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रामधारी सिंह दिनकर: जो राष्ट्रीय चेतना का दिनकर था

रामधारी सिंह दिनकर: जो राष्ट्रीय चेतना का दिनकर था

रामधारी सिंह दिनकर की कविता की सबसे बड़ी उपलब्धि ये रही कि वे आम से लेकर ख़ास आदमी तक की जुबान पर चढ़ गईं. उनकी कविता किसी चौहद्दी में नहीं बंधी थी, न ही वो बौद्धिकता की ओर ताकती थी। दिनकर की जयंती 23 सितंबर के मौके पर अंजुम शर्मा से सुनिए उनकी कविताओं पर ये ख़ास पॉडकास्ट. 

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