विरह की रूहानी आवाज़ जिसे गाने का नहीं बल्कि सुनने का शौक़ था, भारत में जन्मी और पाकिस्तान का होकर रह गईं नय्यारा नूर क्यों एक ख़ालिस फ़नकार थीं, फ़ैज़ की शायरी को आवाज़ देने वाली नय्यारा ने क्यों हमेशा संजीदा कलाम ही गाया, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
रिसर्च, स्क्रिप्ट & प्रोडक्शन ~ शुभम तिवारी
साउंड मिक्सिंग ~ नितिन रावत
'जंगली’ एक्टर जिसने सिनेमा को सिखाया ‘Twist’: नामी गिरामी, Ep 275