ये कहानी है साठ के दशक की. जगह है मध्यप्रदेश का भोपाल. मुख्यमंत्री आवास के बाहर कुछ छात्रों का मजमा लगा था. सरकार से उनकी कुछ मांगें थीं. छात्रों के साथ एक महिला भी आई थी. सबको लग रहा था कि मुख्यमंत्री द्वारका प्रसाद मिश्र आसानी से इस महिला की बात सुन लेंगे और वो खुशी खुशी लौट जाएंगे. लेकिन होना कुछ और था. मुख्यमंत्री आवास के अंदर पर्ची गई. उस पर लिखा था - ‘राजमाता आई हैं’. लेकिन मुख्यमंत्री शायद व्यस्त थे और बुलावा आने में देर हुआ. महिला बाहर बैठ कर इंतजार करती रही. और फिर उन्हें लगा कि इस इंतजार की इंतेहा हो गई है. अपना अपमान समझ कर वो झटके से उठीं और सीएम आवास से दनदनाती बाहर निकल आईं. आगे जो हुआ वो खबरों में था. महज 48 घंटे के अंदर द्वारका प्रसाद मिश्र और कांग्रेस की सरकार गिर चुकी थी. वो महिला कांग्रेस के 36 विधायकों को लेकर जनसंघ से जा मिलीं. एक लंबे इंतेजार को अपमान समझ कर सरकार तक गिरा देने वाली ये महिला थी ग्वालियर की महारानी और गुना की सांसद विजया राजे सिंधिया. सुनिए उनके जीवन की पूरी कहानी इस एपिसोड में.
प्रोड्यूसर – रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्स – कपिल देव सिंह
'जंगली’ एक्टर जिसने सिनेमा को सिखाया ‘Twist’: नामी गिरामी, Ep 275