इस लेखक ने अपने जीवन में बहुत लिखा. 20 नॉवल, 30 कहानी संग्रह, दर्जनों रेडियो नाटक और कुछ फिल्में भी. मगर उसका चमत्कार ये था कि इसने कहानियां, रेखाचित्र, संस्मरण, व्यंग्य, हास्य व्यंग्य, रोमांस, ट्रेजडी सब लिखा और सब शानदार. और दम तोड़ा तो भी लिखते लिखते. उनके लिखने के बारे में ही एक बार इस्मत चुग़ताई ने मंटो से कहा था- “मंटो मैं और तुम तो कूड़े के ढ़ेर उधेड़ते हैं, वो अपनी लाइनों से बेल बूटे टांकता है”. इस नामी गिरामी में कहानी सुनिए मशहूर लेखक कृष्ण चंदर की.
प्रड्यूसर: मानव देव रावत
साउंड मिक्स: कपिल देव सिंह
'जंगली’ एक्टर जिसने सिनेमा को सिखाया ‘Twist’: नामी गिरामी, Ep 275