जसदेव सिंह, एक आवाज़ जिसके साथ हमने क्रिकेट बॉल के पीछे दौड़ लगाई ,लपक लिया, पिच के उछाल को महसूस किया, ओलंपिक की मशाल की लौ की आंच से गर्मा गए. हॉकी के वर्ल्ड कप को तो जैसे हर सुनने वाले ने खुद छुआ हो. उस आवाज़ ने ख्वाज़ा के दर पर मन्नत के धागे बांधे, करोड़ों देशवासियों को नेहरू-शास्त्री की निर्जीव देह के दर्शन कराए और आंसुओं से तर कर दिया.आज़ादी और गणतंत्र दिवस का आंखों देखा हाल हमें सुनाया, कभी लाल किले तो कभी इंडिया गेट के नज़ारे दिखाए. आज उनकी जन्मतिथि पर पेश है ये विशेष पॉडकास्ट जो माधुरी लेकर आई हैं.
Princess Diana को हनीमून पर ही मिला बेवफाई का सबूत?: नामी गिरामी, Ep 301