ग़ज़ल गायिकी के उस्ताद मेहदी हसन ख़ाँ, राजस्थान राज्य के झुंझुनू जिले में पैदा हुए थे। शुरुआती तालीम घर पर ही हुई, खूब वर्जिश की ताकि साँस लंबी खींचकर देर तक सुर साधे जा सकें। देश का बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान जाना पड़ा और ताउम्र वहीं रहे। लेकिन राजस्थान से लगाव नहीं छूटा। वह जितने पाकिस्तान के रहे, उतने ही हिंदुस्तान के भी। उन्होंने ग़ज़ल गायकी को शास्त्रीय संगीत की रवायत में ढाला। उनकी पुण्यतिथि पर सुनिये आज तक रेडियो की ख़ास प्रस्तुति, अंजुम शर्मा के साथ
Princess Diana को हनीमून पर ही मिला बेवफाई का सबूत?: नामी गिरामी, Ep 301