कैप्टन मनोज पांडे, यूपी का 24 साल का लड़का, जो जन्म से गोरखा नहीं था लेकिन जब भारतीय सेना की गोरखा रेजिमेंट में बतौर कैप्टन पोस्टेड हुआ तो मौत का खौफ़ भी ग़ायब हो गया. कैप्टन मनोज ने कारगिल युद्ध में खालोबार पोस्ट से दुश्मनों को खदड़ने में अपनी जान की बाजी लगा दी थी. आज नामी गिरामी में अमन गुप्ता लेकर आए हैं परमवीर चक्र मनोज पांडे की कहानी.
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Princess Diana को हनीमून पर ही मिला बेवफाई का सबूत?: नामी गिरामी, Ep 301