निमोनिया सांस से जुड़ा एक ऐसा भयंकर रोग है जिसका सही से इलाज न होने पर इंसान की मौत हो सकती है. इस बीमारी का सबसे ज्यादा शिकार बच्चे और बूढ़े होते हैं. इसका कारण फेफड़ों में फैलने वाला इंफेक्शन होता है जो इम्युनिटी सिस्टम को कमजोर कर देता है. क्या बच्चों में निमोनिया के लिए मौसमी बदलाव जिम्मेदार होते हैं? निमोनिया के मामले अक्सर किस उम्र के बच्चों में सामने आते हैं और क्यों? क्या बच्चों में निमोनिया के लक्षणों को पहचानने में डॉक्टरों को कभी कोई कठिनाई होती है? बच्चों में निमोनिया के इलाज के दौरान माता-पिता के लिए कौन सी गलतफहमियाँ सबसे आम होती हैं? क्या प्रदूषण और शहरीकरण बच्चों में निमोनिया के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं? बच्चों में निमोनिया के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स का ज्यादा इसेमाल एक बड़ी समस्या मानते हैं? बच्चों के निमोनिया के इलाज में घरेलू नुस्खे और पारंपरिक चिकित्सा कितनी कारगर हो सकती है? क्या निमोनिया के प्रति जागरूकता की कमी बच्चों के इलाज में देरी का कारण बनती है? इसे कैसे सुधारा जा सकता है? निमोनिया का सही इलाज ना होने पर ये कैसे जानलेवा भी हो सकता है, बता रहे हैं मेदांता अस्पताल गुरुग्राम के बाल रोग, बाल चिकित्सा क्रिटिकल केयर और आपातकालीन विभाग के निदेशक और एचओडी डॉक्टर राजीव उत्तम.
बच्चे की सेहत से हैं परेशान? इन तरीकों से होगा समाधान: हेलो डॉक्टर