वायु प्रदूषण के चलते दुनियाभर में हर साल 81 लाख मौतें होती हैं. इनमें से 21 लाख मौतें अकेले भारत में हो जाती है. ये जानकारी स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर की 2024 की रिपोर्ट में सामने आई थीं. ऐसे में जानते हैं कि जहरीली हवा वाकई में कितनी खतरनाक हो सकती है? वायु प्रदूषण से केवल फेफड़े या श्वसन तंत्र प्रभावित नहीं होते हैं, शरीर के दूसरे अंग भी प्रभावित होते हैं. प्रदूषण के कण इतने छोटे होते हैं कि फेफड़ों में काफी अंदर तक घुस सकते हैं और गंभीर रूप से बीमार कर सकते हैं. फेफड़े की बीमारी के कारण, लक्षण, संकेत और बचाव के तरीके क्या हैं? सुनिए पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर अज़मत करीम से.
बच्चे की सेहत से हैं परेशान? इन तरीकों से होगा समाधान: हेलो डॉक्टर