पवन जल्लाद, उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हैं, भारत के एकमात्र सक्रिय जल्लाद हैं, जो अपने परिवार की चौथी पीढ़ी में इस पेशे को निभा रहे हैं. पवन के दादा, कालू राम, और पिता, मम्मू जल्लाद, ने भी इस पेशे को जारी रखा. पवन ने अपने दादा के साथ 20-22 वर्ष की उम्र में पटियाला सेंट्रल जेल में पहली बार फांसी दी थी. 1 मार्च 2020 को उन्होंने निर्भया मामले के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दी, जो आजाद भारत में दूसरी बार था जब एक साथ चार अपराधियों को फांसी दी गई. पवन के परिवार में ये पेशा पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है और वे इसे गर्व के साथ निभाते हैं. हालांकि, इस पेशे से जुड़ी कई चुनौतियां भी हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में पवन जल्लाद हमारे गेस्ट हैं. उन्होंने अरविंद ओझा के हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया.
Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.
प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी
साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती