तीन ताल के तीसरे एपिसोड में सुनिए, मिर्ज़ापुर 2 पर कमलेश ताऊ, पाणिनि बाबा और कुलदीप कुल्हाड़ी की बकैती.
इस वेब सीरीज़ ने कालीन भैया, मुन्ना त्रिपाठी और गुड्डू पंडित जैसे किरदार दिए. लेकिन इसके दूसरे सीज़न में क्या कमियां रह गईं?
इसके बावजूद क्यों ये तीनों तिलंगे कह रहे हैं कि मिर्ज़ापुर 2 देखनी चाहिए?
गुड्ड पंडित की ओर से दिए गए पचास के तीन नोटों की वफ़ादारी हो या इज्ज़तवाले चचा का मुन्ना भैया से बदला हो, मिर्ज़ापुर 2 के सबसे कमाल के सीन कौन से हैं?
और आख़िर में बात, भारतीयों ने कोरोना वायरस से डरना बंद क्यों कर दिया है?
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