scorecardresearch
 
Advertisement
प्रेमी के साथ एक सफ़र | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद

प्रेमी के साथ एक सफ़र | स्टोरीबॉक्स विद जमशेद

सामने वाली सीट पर बैठी उस लड़की को जब मैं देखने लगा तो काका बोले, "सुनो तुम मत देखो. मैं देख सकता हूं. इस देश में बूढ़े लोगों को प्रिवलेज मिला है कि वो किसी को भी देख सकते हैं लेकिन तुम मत देखो, तुम अभी जवान हो" पेश है सटायर के उस्ताद हरिशंकर परसाई की लिखी कहानी 'प्रेमी के साथ एक सफर'

Advertisement
Listen and follow स्टोरीबॉक्स विद जमशेद क़मर सिद्दीक़ी