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इश्क़ में कभी कभी | Part 1 | स्टोरीबॉक्स | EP 56

इश्क़ में कभी कभी | Part 1 | स्टोरीबॉक्स | EP 56

बेल बजी और दरवाज़ा खुला...  लाल लाल सुर्ख आंखे, रंग बादामी, मूछें घनी...  वो शख्स पुलिस अफसर तो कहीं से नहीं लग रहे थे पर बल्कि कदकाठी से ऐसे जल्लाद मालूम होते थे जो फांसी का तख्ता न होने पर आदमी को बगल में दबाकर भी मार सकते थे। सुनिए कहानी - 'इश्क़ में कभी कभी' स्टोरीबॉक्स में.

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Listen and follow स्टोरीबॉक्स विद जमशेद क़मर सिद्दीक़ी