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सितारों... तुम तो सो जाओ | स्टोरीबॉक्स | EP 25

सितारों... तुम तो सो जाओ | स्टोरीबॉक्स | EP 25

मैं पांच साल बाद हिंदुस्तान लौटा और उस कब्रिस्तान पहुंचा जहां एक कब्र के पत्थर पर लिखा था - इरम ख़ान। वही इरम ख़ान जो मुझे बेइंतिहा चाहती थी, मुहब्बत करती थी मुझसे। लेकिन मैं उसकी उदास आंखों को भूल गया था। पर आज कब्र में सोई हुई इरम से मुझे मुहब्बत हो गयी थी और याद आ रहे थे उसके लफ्ज़, "कभी-कभी जो काम नज़दीकियां नहीं कर पातीं, वो दूरियां कर देती है" सुनिए जमशेद क़मर सिद्दीक़ी की लिखी कहानी - 'सितारों... तुम तो सो जाओ' स्टोरीबॉक्स में.

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Listen and follow स्टोरीबॉक्स विद जमशेद क़मर सिद्दीक़ी